Vinesh Phogat ने अपने पत्र में उस दिन का जिक्र किया है जब उनका 100 ग्राम वजन ज्यादा हो गया था। उन्होंने बताया कि 6 और 7 अगस्त को उन्होंने हार नहीं मानी थी और रात भर पूरे प्रयास किए, लेकिन समय और किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया। उन्होंने यह भी कहा कि शायद वह 2032 तक खेलती रहेंगी, लेकिन यह परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।
Vinesh Phogat की भावनात्मक चिट्ठी
Olympics रिंग और बचपन की यादें
Vinesh Phogat ने अपने पत्र में बचपन की यादों को साझा किया। उन्होंने लिखा कि जब वह छोटी थीं, तब उन्हें ओलंपिक रिंग के बारे में कुछ भी नहीं पता था। उनके पिता, जो बस ड्राइवर थे, का सपना था कि वह ऊंची उड़ान भरें। मां का सपना था कि वह अपने तीनों बच्चों को बेहतर जिंदगी दें।
संघर्ष और हिम्मत की कहानी
पिता के निधन और मां के कैंसर से जूझते हुए, विनेश ने संघर्ष और हिम्मत को अपनी जिंदगी का हिस्सा बना लिया। उन्होंने बताया कि कैसे उनकी मां ने उन्हें हर कठिनाई से लड़ना सिखाया और भगवान पर भरोसा बनाए रखा। विनेश ने अपने पति सोमवीर का भी जिक्र किया, जिन्होंने उनके संघर्ष के समय में उनका साथ दिया।
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vinesh phogat wrestling और जीवन का सफर
पहलवान आंदोलन और ओलंपिक का सपना
विनेश फोगाट ने पहलवान आंदोलन के समय की बातें भी साझा कीं। उन्होंने बताया कि कैसे वह तिरंगे के साथ अपनी फोटो देखकर डर गई थीं और उनका सपना था कि तिरंगे को ओलंपिक में लहराएं। लेकिन यह सपना पूरा नहीं हो सका।
डॉक्टरों और कोच का आभार
विनेश ने अपने पत्र में डॉक्टर दिनशा पारदी वाला, डॉक्टर वेन पैट्रिक लोंबार्ड, वॉलर अकोस, और अश्विनी जीवन पाटल जैसे लोगों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उनके सफर में उनका साथ दिया। उन्होंने बताया कि तजिंदर कौर ने उनके वजन को नियंत्रित करने में मदद की, जिससे वह सिल्वर मेडल तक पहुंच सकीं।
Vinesh Phogat की भावनाओं की अभिव्यक्ति
इंस्टाग्राम पोस्ट और भविष्य की योजना
विनेश फोगाट ने अपने पत्र में अपने इंस्टाग्राम पोस्ट का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने बीप राक के गाने “रब्बावे” का उल्लेख किया। इस गाने के माध्यम से उन्होंने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। उन्होंने यह भी कहा कि चाहे कुछ भी हो, वह Gold जीतने का सपना संजोए रखेंगी।
Q1: Vinesh Phogat ने डिसक्वालिफिकेशन के फैसले को क्यों पलटा?
विनेश फोगाट ने यह निर्णय इसलिए पलटा क्योंकि उन्होंने अपने संघर्ष और कुश्ती के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को महत्व दिया और भविष्य में खेलने की इच्छा जताई।
Q2: विनेश फोगाट ने अपने पत्र में किसके बारे में लिखा है?
विनेश फोगाट ने अपने पत्र में अपने बचपन, संघर्ष, परिवार और उन लोगों के बारे में लिखा है जिन्होंने उनके सफर में उनका साथ दिया।
Q3: विनेश फोगाट का 2032 तक खेलने का क्या मतलब है?
विनेश फोगाट ने संकेत दिया कि अगर परिस्थितियां सही रहीं, तो वह 2032 तक कुश्ती खेलती रह सकती हैं।